अंतिम दिनों के अभिषेक , सारे लोगों के ऊपर तू भेज , कटनी का है यह समय , पवित्र आत्मा से भर दे हमें ।। अग्नि समान उतर आ , अग्नि जीभ के समान ठहर जा , झोंका तूफान का लेके आ , नदी आत्मा की हम पर बहा ।। सूखी हड्डियों की तराई में , बड़ी सेना को चलते देखूं , अधिकार की वाणी तू दे , पवित्र आत्मा में नबूवत करूँ ।। कर्मेल पर्वत की प्रार्थना में , छोटे बादल को उठते देखूं आहाब जैसे काँपा , वही अग्नि को ...
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